दिन दोस्ती का है ये सब जश्न मना रहे हैं याराना रहे सलामत हमेशा इसकी क़समें वो खा रहे हैं।...
Loading...
तन्हा सा बैठा था मैं, अपने कमरे में एक आहट सी अचानक से, सुनाई दी मुझे कोई दस्तक़ शायद दे...
कोई कितना भी कुछ कहे मुझसे जवाब मैं ख़ामोशियों से ही देता हूँ आज कल ना जाने क्यूँ मैं कुछ...
तेरे बिना ज़िन्दगी में, कुछ कमी सी है, रुकी हैं सांसे, धड़कन भी थमी सी है। मुस्कुराहट होठों पे, आँखों...
तुम जो मिले तो सहारा मिल गया, डूबती हुई कश्ती को, किनारा मिल गया। सूनी सी थी राहें, इस जीवन...
होके तुमसे जुदा ये हमनें जाना होता है मुश्किल कितना इस दिल को समझाना। दूर होकर भी तुमसे तुम्हें दिल...
आज जब फ़ुरसत में बैठकर खोली जीवन की किताब सोचा कुछ पन्ने ही पलट लें कर लें कुछ हिसाब। ताउम्र...
काश उसको उस वक़्त किसीने तो, यह तसल्ली दिलाई होती तू घबरा मत मैं हूँ ना, यह बात कहके जताई...
जाते जाते इस जहां से चलो कुछ ऐसा कर जाएँ कोई कितना भी भूलना चाहे हमें हम याद उन्हें आएँ।...
End of content
No more pages to load