यूं तो हर कोई शरीक-ए महफ़िल होता है
तन्हाइयों में जो साथ दे तो कोई बात हो
हो रूबरू जिसके तो ना रहे गुज़ारिश कोई बाक़ी
महज़ उसके होने से ही हर रात चांदनी रात हो।
Shayari
Shayaris are the most effective way to unwrap our sentiments and make the most difficult confessions. Even a two liner Shayari is a potpourri of countless emotions which subtly touches our heart at its deepest.
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कैसा अजीब ये इत्तेफ़ाक़ हो गया
जो था ख़यालों में बसा उसी का दीदार हो गया
मिली नजरों से नजरें कुछ इस क़दर
कि फिर इक दफ़ा हमें उसी से प्यार हो गया।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
उनकी ख़ामोशी को नाराज़गी समझने की
भूल मत करना
कितनी भी ज़िद करें वो तुमसे दूर जाने की
तुम क़ुबूल मत करना
हो सकता है वो ज़रा तकल्लुफ़ कर रहे हों
जज़्बात ज़ाहिर करने में थोड़ा सा डर रहे हों
पलकों को अपनी बेवजह नम मत करना
वो नहीं करते हैं यह सोचकर,
अपनी मोहब्बत कभी कम मत करना।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
बेशक कहा नहीं तुमनें कभी
पर ये इल्म है हमें
ज़ाहिर है निगाहों से तुम्हारी
कि हमसे इश्क़ है तुम्हें।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
तेरे आग़ोश में खो जाऊं
बस यही आरज़ू है बाक़ी
ना-मुकम्मल हो ख़्वाब तो गिला नहीं कोई
ज़िंदगी गुज़र करने के लिए तेरी मौजूदगी ही है काफ़ी।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
जो पूछा उनसे उदासी का सबब हमनें
वो इल्ज़ाम सारा इश्क़ पे लगा बैठे
काबिलियत ना थी तैरने की ख़ुद में
और गलतियां समंदर की गिना बैठे।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
आज फिर उनकी याद कुछ इस तरह से आई
शरीक-ए-महफ़िल भी हुए हम साथ लिए तन्हाई।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
उनके दीदार की ख़्वाहिश है बरक़रार आज भी
फ़र्क बस इतना है कि कोशिशें अब हम कम किया करते हैं।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
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