दिन दोस्ती का है ये
सब जश्न मना रहे हैं
याराना रहे सलामत हमेशा
इसकी क़समें वो खा रहे हैं।
ज़िक्र हो दोस्ती का जब
तो याद तुम सबसे पहले आते हो
हो ग़म की घडियाँ या खुशियों का आलम
तुम हर हाल में मेरे साथ थे हरदम।
रह ना जाये एक दिन भी कहे बिना
इसलिये आज हम भी ये कहना चाहते हैं
तेरे बग़ैरे अधूरा-अधूरा सा है हर मौसम
सिर्फ तेरे होने से ही आज पूरे हैं हम।
2 thoughts on “तेरे होने से!”
Behad umda
Awssm mammm u r d best mam