गहराईयाँ निगाहों में उनकी कुछ इस क़दर थी
कि हम चाह कर भी संभल ना पाए
जुस्तजू लेकर चले थे दीदार की
और मुलाक़ात रूह से कर आए!
- Pooja Sharma (Unboxthelife)
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सवालों की इस भीड़ में बस एक ही सवाल है
हम क्यूं ना मिले पहले बस इसी का मलाल है।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
ये जो बीच तेरे मेरे है मोहब्बत नहीं है
ज़ाहिर सी जो लगती है वो हसरत नहीं है
ख़्वाहिश ऐसी भी नहीं कि रहें साथ ताउम्र
पर यक़ीनन बग़ैर तेरे ज़िन्दगी मुकम्मल भी नहीं है।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
बहुत सोचा ना सोचे तुम्हें आज
पर तमाम कोशिशें हमारी नाकाम रहीं
मसरूफ़ रखकर भी देखा ख़ुद को बहुत
पर ज़ेहन में बस तुम्हारी ही याद रही।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
बेशक बदला है मैंने ख़ुद को बहुत तेरी ख़ातिर
तेरे ही मुताबिक़ हर दफ़ा नज़र आऊं मैं ज़रूरी तो नहीं
रूठ जाना ही तेरी फितरत है तो अब ये ही सही
हर बार तुझे मनाऊँ मैं ज़रूरी तो नहीं।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)