रिश्तों में जज़्बात ना हो
तो क़रीबी भी पराया सा हो जाता है
क्यूँकि फूल अगर सूखे हों
तो बिखरना लाज़्मी सा हो जाता है।
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उम्र गुज़ार दी यूँ ही
नुक्स ढूंढने में सबके
ठहर कर जब आइना देखा
ख़ामियां सब ख़ुद ही में नज़र आईं।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
गम इस बात का नहीं
कि हम कुछ कह नहीं पाए
रहा अफ़सोस तो बस यही
कि कभी करते थे जो दावा
हमारी हर बार समझने का
वो ख़ामोश सा चेहरा भी मेरा
आज पढ़ नहीं पाए।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
बोझ अपने अधूरे ख़्वाबों का
और मुझ पर अब थोपो मत
उड़ना चाहता हूँ उन्मुक्त गगन में
और मुझे अब रोको मत।
छूना है हर एक शिखर की ऊँचाई को
अपनी ही रखी शर्तों पर
रहना चाहता हूँ अपनी ही धुन में
और मुझे अब टोको मत।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
वो डूबी रही तिल-तिल जली
क्यूँकी उसने था ये ठाना
हर तरफ़ उजियारा लाना है
अंधेरा जग से मिटाना है।
बेखबर उसकी तकलीफ़ों से
जो बैठे थे गुरुर में अपनी
उन्हीं चरागों ने इठलाके कहा
कि रौशन हमसे जमाना है।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
सबब पूछते हैं वो
मेरे बदले मिजाज़ का
कोई ये मुझको बतलाए
कि मैं क्या जवाब दूँ
उनके इस सवाल का।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
वो खींच तान कर उन्हें
बराबर करने चला था
नादां था बेचारा
उसे इतना भी नहीं पता था
कि उनकी क़िस्मत में तो
छोटा बड़ा होना ही लिखा था।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
आज ना जाने क्यूँ ये ख़याल है
मन में आया
चलो कुछ हिसाब ही लगा लें
कि हमने क्या खोया और क्या पाया।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
ज़माने की तेज़ी से बदलती हुई
रफ़्तार देखिए
खुले आम घूम रहे हैं कातिल
यूँ ही सड़कों पर
और आशिक़ों को सलाखों के पीछे
गिरफ़्तार देखिए।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)
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