उगते सूरज को सब सलाम करते हैं
ग़र डूब वो जाए तो फिर जाम भरते हैं
तू घबराकर नाकामी से उम्मीदें छोड़ मत देना
चले हैं जो भी काँटों पर हासिल वही मुकाम करते हैं।
ख़ामोशियों की सतह तक अगर तुम जाओगे
तो ख़ुद ही को बैठा हुआ पाओगे।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)