रहे ना निशां उनकी मुहब्बत के
डूब गए जो दीवाने इश्क़ के समंदर में
इन्तहां हमारी दीवानगी की तो देखिए
तमाम उम्र तैरा किए किनारे के इंतज़ार में।
एक दूसरे के लिए जान देते देखा है बहुतों को हमनें
क्यूँ ना हम एक-दूसरे के ज़िंदा रहने की वज़ह बन जाएँ।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)