बाद मुद्दत के आज उनसे बात हुई है
हो ख़्वाबों में ही सही पर मुलाक़ात हुई है
ख़ैरियत जो पूछ ली उन्होंने हमारी
आँखों से ही अश्कों की बरसात हुई है।
एक दूसरे के लिए जान देते देखा है बहुतों को हमनें
क्यूँ ना हम एक-दूसरे के ज़िंदा रहने की वज़ह बन जाएँ।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)