ज़िन्दगी की पटरी पर
रखकर अपने ये क़दम
ज़िन्दादिली से हर इक पल
जिए जा रहे हैं हम।
है हौंसले बुलन्द
और अडिग है ये मन
छुएंगे चाँद तारों को
पहुंचेंगे आसमां पे हम।
हो चाहे मुश्किलें हज़ार
ना लड़खड़ाएंगे कदम
चराग़ ये तूफानों में भी
जला करेंगे हरदम।
By Pooja Sharma
ज़िन्दगी की पटरी पर
रखकर अपने ये क़दम
ज़िन्दादिली से हर इक पल
जिए जा रहे हैं हम।
है हौंसले बुलन्द
और अडिग है ये मन
छुएंगे चाँद तारों को
पहुंचेंगे आसमां पे हम।
हो चाहे मुश्किलें हज़ार
ना लड़खड़ाएंगे कदम
चराग़ ये तूफानों में भी
जला करेंगे हरदम।
2 thoughts on “ज़िन्दगी की पटरी!”
You work is speechless 🙂
Thank u.