कभी-कभी मुझे यह सोचकर हैरानी होती है
कैसे कोई चीज़ पलभर में बेमानी होती है
ज़रूरतों की फेहरिस्त में जो कभी आते थे सबसे ऊपर
आज दूर-दूर तक कहीं भी ना उनकी निशानी होती है!!
ख़ामोशियों की सतह तक अगर तुम जाओगे
तो ख़ुद ही को बैठा हुआ पाओगे।
– Pooja Sharma (Unboxthelife)